राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने अनमोल के खिलाफ साल 2022 में दर्ज दो एनआईए मामलों में भी आरोप पत्र दायर किया है। बता दें कि एनआईए ने ये कार्रवाई तब की है, जब हाल ही में मुंबई पुलिस ने खुलासा किया है कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाला शूटर अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। इतना ही नहीं इन तीन आरोपियों ने अनमोल से स्नैपचेट के जरिए बात की थी।
दावा किया जाता है कि लारेंस का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई अमेरिका में रह रहा है।
25 फरवरी- 1782 अभ्यर्थियों को दिया गया नियुक्ति पत्र। इसमें यूपी पावर कॉरपोरेशन के 852 पद, 141 दंत चिकित्सक, 391आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, 14 समीक्षा अधिकारी, 42 सहायक अभियोजन अधिकारी, 123 जेई (आवास), 210जेई (सिंचाई), 9 निरीक्षक (राजकीय कार्यालय निरीक्षणालय, प्रयागराज)
28 फरवरी- 3077 नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिया गया नियुक्ति पत्र
14 मार्च- सीएम योगी ने नवचयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों व 16 कोषाधिकारियों- लेखाधिकारियों को वितरित किया नियुक्ति पत्र
10 जुलाई- सीएम योगी ने 7720 लेखपालों को दिए नियुक्ति पत्र
13 अगस्त- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1036 अभ्यर्थियों को दिया नियुक्ति पत्र। इनमें 536 सहायक शोध अधिकारी सांख्यिकी, 235 सहायक सांख्यिकीय अधिकारी, 213 कनिष्ठ सहायक, लेखा लिपिक, मंडी पर्यवेक्षक श्रेणी-2, मंडी निरीक्षक, 15 नक्शानवीस/मानचित्रक और 37 मानचित्रकार शामिल
4 सितंबर- मुख्यमंत्री ने उ.प्र.अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1334 अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन को प्रदान किए नियुक्ति प्रत्र
10 सितंबर- मुख्यमंत्री ने 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों व यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में 41 अवर अभियंताओं को वितरित किए नियुक्ति पत्र– कुल 688 नियुक्ति पत्र वितरण
24 अक्टूबर- 1950 युवाओं को दिया गया नियुक्ति पत्र। सीएम योगी द्वारा उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1526 ग्राम पंचायत अधिकारी, 360 ग्राम विकास अधिकारी (समाज कल्याण) व 64 समाज कल्याण पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण
●योगी सरकार द्वारा जनपदों में रोजगार मेले में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम
17 अगस्त- अंबेडकरनगर में 6552 युवाओं को नियुक्ति पत्र
18 अगस्त- अयोध्या में 5574 युवाओं को नियुक्ति पत्र
22 अगस्त- मुजफ्फरनगर में 4952 युवाओं को नियुक्ति पत्र
27 अगस्त- मैनपुरी में 3710 युवाओं को नियुक्ति पत्र
28 अगस्त- अलीगढ़ में 3991 युवाओं को नियुक्ति पत्र
29 अगस्त- कानपुर नगर में 1000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र
1 सितंबर- मीरजापुर में 4298 युवाओं को नियुक्ति पत्र
2 सितंबर- मुरादाबाद में 7220 युवाओं को नियुक्ति पत्र
3 सितंबर- प्रयागराज में 8743 युवाओं को नियुक्ति पत्र
18 सितंबर- गाजियाबाद में 2505 युवाओं को नियुक्ति पत्र
जमशेदपुर सलमान खान से रंगदारी मांगने के आरोप में शेख हुसैन नामक युवक को पुलिस ने जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। मुंबई पुलिस द्वारा जमशेदपुर पुलिस के सहयोग से तीन दिनों की ताबड़तोड़ छापामारी के बाद यह बड़ी सफलता हासिल की है, बुधवार देर रात मानगो इलाके से शेख हुसैन को गिरफ्तार किया है , और उसका वह मोबाइल भी जब्त किया गया है, जिससे उसने धमकी भरा मैसेज भेजा था, शेख हुसैन पर आरोप है कि उसने सलमान खान से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो सलमान खान की स्थिति पूर्व राजनेता बाबा सिद्दीकी से भी बदतर होगी,
उसने व्हाट्सएप पर यह संदेश भेजकर दावा किया कि वह लारेंस बिश्नोई गैंग का करीबी है और सलमान खान से बिश्नोई की दुश्मनी सुलझाने के लिए यह रकम मांगी जा रही है, धमकी को हल्के में न लेने की चेतावनी भी दी गई थी, जानकारी के अनुसार शेख हुसैन पेशे से साकची बाजार मे सब्जी बेचता है और उसने टीवी पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा सलमान खान की हत्या कराने की खबरें देखी थीं, उसी के आधार पर उसने यह कदम उठाया।
शेख हुसैन ने इंटरनेट पर मुंबई ट्रैफिक पुलिस का नंबर सर्च कर, उसके व्हाट्सएप नंबर पर धमकी भरा संदेश भेजा और फिर अपना मोबाइल बंद कर लिया था, 16 अक्टूबर को यह मैसेज मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने फोन नंबर को ट्रेस करना शुरू किया, जिससे पता चला कि यह मैसेज जमशेदपुर से किया गया था, फिर क्या था मुंबई पुलिस ने जमशेदपुर पुलिस की मदद से मानगो, जुगसलाई और बागबेड़ा में छापामारी की और अंततः शेख हुसैन को गिरफ्तार किया गया है, गुरुवार को उसे जमशेदपुर कोर्ट में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया जाएगा।
पुलिस अब यह पता लगाने मे जुटी है कि इसका कनेक्शन सही मे है या नहीं यह जाँच के बाद ही पता चलेगा,
वंही परिवार का कहना है कि वे लोग काफी गरीब है किसी तरह सब्जी बेंच कर परिवार का भरण पोषण करते है, परिवार की माने तो शेख गलती से मैसेज किया है, वह तो बाजार मे सब्जी बेंच कर घर चलाता है. फिलहाल महराष्ट्र पुलिस ब जाँच की बातें कहा रही है,
बॉलीवुड के मिस्टर ‘परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान साल 2008 की हिट फिल्म ‘गजनी’ के सीक्वल को लेकर प्रोड्यूसर अल्लू अरविंद और मधु मंटेना के साथ बातचीत कर रहे हैं। पहले की रिपोर्ट्स में बताया गया था कि प्रोड्यूसर्स ने आमिर को एक आइडिया दिया है, जिन्होंने आगे बढ़ने से पहले स्टोरीबोर्ड डेवलप करने की गुजारिश की है। इस बीच अल्लू अरविंद ने साउथ स्टार सूर्या के साथ तमिल में ‘गजनी 2’ बनाने की प्लानिंग की है और सूर्या ने इसके बारे में खुलासा भी किया है।
पिंकविला की रिपोर्ट के अनुसार, Suriya ने हैरान होते हुए कहा, ‘लंबे समय के बाद अल्लू अरविंद उस विचार (सीक्वल के लिए) के साथ आए और पूछा कि क्या यह संभव होगा। मैंने निश्चित रूप से कहा, सर, हम इसके बारे में सोच सकते हैं। हां, बात शुरू हो गई है, चीजें प्रक्रिया में हैं। ‘गजनी 2′ बन सकती है।’
इस वजह से एकसाथ करना चाहते हैं शूटिंग
रिपोर्ट्स से संकेत मिलता है कि अल्लू अरविंद और मधु मंटेना ‘गजनी 2’ के हिंदी और तमिल दोनों वर्जन को एक साथ शूट करना चाहते हैं। एक सूत्र ने खुलासा किया कि जैसे-जैसे फिल्में पैन इंडिया ऑडियंस को टारगेट कर रही हैं, कल्ट क्लासिक का रीमेक बनाना मुश्किल होता जा रहा है।
रीमेक को लेकर है असमंजस की स्थिति
आमिर और सूर्या दोनों ‘गजनी 2’ को लेकर एक्साइटेड हैं, लेकिन रीमेक कहे जाने को लेकर सतर्क हैं। उन्हें चिंता है कि यदि एक वर्जन, दूसरे वर्जन से पहले रिलीज होता है, तो इससे दोनों फिल्मों के लिए एक्साइटमेंट कम हो सकती है।
फाइनल स्क्रिप्ट का है इंतजार
आमिर और सूर्या दोनों ही इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखा रहे हैं, लेकिन ऑफिशियली साइन करने के लिए फाइनल स्क्रिप्ट का इंतजार है। स्क्रिप्ट पर फिलहाल काम चल रहा है और 2025 के मिड तक ये फाइनल हो सकता है।
भारत की पहली 100 करोड़ी फिल्म
आमिर खान की गजनी फिल्म के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है. ये फिल्म साल 2008 की हाईएस्ट ग्रोसिंग फिल्म बन गई थई. साथ ही इसके नाम ऑल टाइम ब्लॉगबस्टर का खिताब भी है. इस मूवी का बजट 65 करोड़ था जबकि 230 करोड़ का कलेक्शन किया था.
आमिर खान ने कई हिट और लीजेंडरी फिल्म बॉलीवुड को दी हैं. साल 2008 में आई फिल्म ‘गजनी’ भी एक ऐसी ही यादगार फिल्म है जो दर्शकों को आज भी पसंद है. इसी फिल्म ने बॉलीवुड में 300 करोड़ी हिट क्लब की शुरुआत भी की थी. आमिर की इस सुपरहिट फिल्म को लेकर एक दिलचस्प बात ये है कि वो फिल्म के लिए डायरेक्टर की पहली पसंद थे ही नहीं. दरअसल फिल्म के डायरेक्टर मुरुगदास गजनी में सलमान खान को लीड किरदार के लिए कास्ट करना चाहते थे. लेकिन कैसे ये किरदार आमिर की झोली में आया, ये एक दिलचस्प किस्सा है.
मुरुगदास चाहते थे कि सलमान खान इस फिल्म का हिस्सा हों लेकिन फिल्म में विलेन का किरदार निभाने वाले प्रदीप रावत की एक सलाह ने उनका मन बदल दिया था. दरअसल फिल्म को लेकर एक इंटरव्यू के दौरान प्रदीप रावत ने खुद बताया था कि मुरुगदास सलमान खान को कास्ट करने के लिए बहुत उत्साहित थे.
एक्टर ने कहा कि, ‘वो मानते थे कि इस एक्शन पैक्ड किरदार के लिए सलमान खान बेस्ट च्वाइस होंगे. लेकिन मुझे लगा कि सलमान खान का गुस्सैल स्वभाव फिल्म की मेकिंग में दिक्कत बन सकता है.’
प्रदीप रावत बताते हैं कि, ‘मुरुगदास को इससे पहले हिंदी फिल्म बनाने का अनुभव नहीं था. ना ही मुरुगदास हिंदी बोलते थे और ना ही उन्हें अंग्रेजी आती थी. ऐसे में अगर सलमान खान फिल्म का हिस्सा बनते तो कम्युनिकेशन गैप की वजह से हालात बेकाबू होने का मुझे डर था.’
दरअसल प्रदीप ने इससे पहले फिल्म सरफरोश में काम किया था और वो जानते थे कि आमिर का शांत स्वभाव इस कम्युनिकेशन प्रॉब्लम को हल कर सकते हैं.
एआर मुरुगदास की फिल्म ‘गजनी’ ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर बंपर हिट साबित हुई थी बल्कि इस फिल्म ने तीन सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस किया था. इस फिल्म में आमिर खान के साथ असिन लीड किरदार में दिखाई दी थीं.
वायनाड का यह उमड़ता जनसैलाब साफ बता रहा है कि यहां के लोगों का प्यार प्रियंका गांधी जी के साथ है।
वायनाड की जनता ने जिस तरह राहुल गांधी जी को अपना स्नेह और आशीर्वाद दिया, वही आशीर्वाद प्रियंका गांधी जी के लिए भी नजर आ रहा है।
वायनाड से दिल का रिश्ता है ❤️
वायनाड, केरल: वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “वे (लोग) मुझे पहले से ही बहुत प्यार दे रहे हैं और मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं…”
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महिला एक संभोग के बाद तुरंत दूसरे के लिए तैयार हो सकती है, इसी आधार पर दुनिया के वेश्याघर चलते हैं। जबकि नर के लिए दो संभोगों के बीच एक अंतराल होता ही होता है। पहली बार के बाद वह झटके से मादा से अलग हो जाएगा और सोना चाहेगा—यह उसकी प्रकृति है।
मगर मादा की प्रकृति बिल्कुल अलग होती है। वह संभोग के तुरंत बाद नर के मुँह से ऐसे शब्द सुनना चाहती है, जो उसे गुदगुदा दें, उसे संतुष्ट करें। वह यह नहीं समझती कि नर प्रेम के तुरंत बाद फिर से प्रेम नहीं कर सकता। वो युद्ध के बाद प्रेम की लालसा रखता है। नर की मूल प्रवृत्ति शिकारी की तरह होती है।
सभ्य समाज में उसकी इस प्रवृत्ति को ज़रूर सुंदर लिबास में ढक दिया जाता है, पर इसका अस्तित्व बना रहता है। दुनिया के सबसे क्रूर तानाशाहों में से एक, हिटलर, रोज़ाना सैकड़ों लोगों को मरवाने के बाद अपनी प्रेमिका की गोद में सिर रखकर प्रेमगीत लिखता था। उसके आँसू उन लम्हों की याद में बहते थे जो उसने अपनी प्रेमिका से जुदाई में बिताए थे।
अशोक, जिसने कलिंग युद्ध में भयंकर मारकाट देखी, प्रेम के लिए तड़प उठा था। उसी तड़प ने उसे बौद्ध धर्म की ओर खींचा और आज अशोक और बौद्ध धर्म को अलग करना नामुमकिन है। नेपोलियन बोनापार्ट भी युद्ध के कवच को उतार कर अपनी प्रेयसी के प्यार में डूबता था। युद्ध के मैदान में जितना वह योद्धा होता, उतना ही प्रेम में समर्पित भी होता।
सामान्य पुरुष न तो इतनी गहराई से प्रेम कर सकता है और न ही इतनी घृणा से युद्ध। वह अक्सर संभोग को महज कुछ मिनटों का खेल समझता है, जिससे उसे वास्तविक संतुष्टि नहीं मिलती। इस असंतोष के चलते वह साथी बदलने की तरफ झुक सकता है। जहाँ सामाजिक बंधन कमजोर होते हैं, वहाँ यह बदलाव छह महीने के अंदर हो सकता है।
लेकिन बार-बार साथी बदलने से न तो परिस्थितियाँ बदलती हैं और न ही उसकी मानसिक स्थिति। नर तब तक प्रेम में सफल नहीं हो सकता जब तक वह अपनी जंगली प्रवृत्तियों को बाहर निकालने का रास्ता नहीं ढूंढता। यही वजह है कि मादा अक्सर सामाजिक रूप से सभ्य पुरुष की बजाय उद्दंड, बागी पुरुष की तरफ आकर्षित होती है। इसी कारण बिगड़े हुए लड़कों को अक्सर समर्पित प्रेमिकाएँ मिल जाती हैं, जबकि सभ्य दिखने वाले लड़के पीछे रह जाते हैं।
यह सिक्के का सिर्फ एक पहलू है। हर इंसान की अपनी पसंद और प्रेम करने का अपना तरीका होता है।
कुल मिलाकर, बात यही है कि आपने पुरुष और महिला दोनों के संभोग से जुड़े पहलुओं को परिभाषित किया है, लेकिन हर व्यक्ति की अपनी विचारधारा और मूल्य होते हैं।
आप जिस से प्रेम करते हैं और वह आपसे अमीर है, आपके औकात से बाहर की है परन्तु वह आपसे प्रेम करती है तो तुम इस तर्ज़ पर उसे ठुकरा दोगे क्योंकि तुम उसे जैसी जिंदगी चाहते हो वैसी नहीं दे पाओगे।
तुम एक प्रेमी हो, तुम्हे जिम्मेदारी लेनी होगी। उस प्रेम के ख़ातिर, उसकी जिंदगी के खातिर तुम्हे सबकुछ भूल कर उस ध्येय को पाना होगा जो तुम्हे तुम्हारे प्यार को पाने में मदद करेगा। जैसी जिंदगी तुम जीना चाहते हो, जैसी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हो सब कुछ प्रेम में नहीं, प्रेम के लिए उठाए जिम्मेदारी में है। जिम्मेदारी महज़ एक शब्द है परन्तु इससे हम अपना प्रेम को कहीं जाने से रोक सकते हैं।
अक्सर यही होता है न? हम केवल प्रेम करते हैं परन्तु हम जिम्मेदार होना भूल जाते हैं। हम काम करना भूल जाते हैं। केवल प्रेम में रहकर चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं। और जब समय आता है तो हमारा प्यार कोई दो रुपए कमाने वाला इंसान लेकर चला जाता, बनना होगा। तुम्हे अपने उस प्रेंम के खातिर लड़ना होगा। सच्चा प्रेम होगा तो वह तुम्हरे लिए अवश्य रुकेगी। यदि उसे जाना होगा तो तुम लाख उससे चिपके रहो, उसके आसपास घूमते रहो, उसे हंसाते रहो, उसके साथ जो करो परन्तु वह चली जाएगी। इसीलिए हे प्रेमियों युद्ध करो। तुमसे अधिक बलवान कोई नहीं। राम नाम के उद्घोष से शक्ति पाओ और लग जाओ उस प्रेम को पाने में जिसे तुम कभी खोना नहीं चाहते..
प्यार में सम्भोग करना जरूरी है??? ये एक ऐसा विषय है, जिस पर सभी लोगों की अलग अलग राय है। कुछ लोग सही मानते हैं तो कुछ लोग गलत।
आज इस विषय पर बात करूंगा, मगर उससे पहले सेक्स के अलग अलग भाव पर बात करूंगा।
सेक्स, हवस और वासना तीनों एक जैसे होने के बावजूद भी तीनों एक दूसरे से अलग हैं।
__वासना और हवस:- ये सेक्स का वो मानसिक विकृति है जो ना तो नर-नारी, पशु-पक्षी, छोटे-बड़े आदि में भेद नहीं करता। जब ये विकृति मन में सवार होती है तो वासना से ग्रसित इंसान किसी के साथ कुकृत्य कर देता है।
सामने वाले के इच्छा के विरूद्ध उसके साथ जोड़ जबरदस्ती कर सामने वाले का शारीरिक और मानसिक रूप से क्षति पहुंचाता है।
सीधे शब्दों में कहूं तो जिसके अंदर हवस और वासना पाई जाती है, वो जानवर होते हैं और उन्हें प्रेम से कोई लेना देना नहीं होता है।
वहीं सेक्स कि बात करूं तो ये दो लोगों की रजामंदी से किया जाने वाला वो सुख है, जिसे न पाने वाला अतृप्त रहता है। ये वो चीज है जिसके बिना संसार का कल्पना करना ही बेकार है।
अब सवाल है कि प्रेम में सेक्स जायज है या नहीं?
अगर प्रेम हवस और वासना का केंद्र बिंदु है तो वो प्रेम ही नहीं है, क्योंकि सामने वाला इंसान प्रेम नहीं बल्कि अपनी इच्छाएं पूरी करना चाहता है और जैसे उसकी इच्छाएं पूर्ण हुई वो आपका अहित कर सकता है। लड़के लड़कियों का सेक्स वीडियो वायरल होना इसमें से ही एक है।
जहां तक सेक्स कि बात करूं तो प्रेम में सेक्स उतना ही आवश्यक है, जितना आपके नंगे शरीर पर एक कपड़े का होना।
वो कपड़ा आपके शरीर को परिपूर्णता देता है।
प्यार के शुरुआत का पहला बिंदु आकर्षण होता है, जो इंसान की व्यक्त्तिव, उसके अच्छे आचरण आदी से शुरू होती है और जैसे जैसे समय बीतता जाता है प्यार की गहराई उतनी ही बढ़ती जाती है। साइंस कहता है कि जब तक हम फिजिकली रिलेशन में नहीं रहते तब तक हम अपने प्रेमी या प्रेमिका के प्रति लापरवाह होते हैं, क्योंकि हम सिर्फ उससे मेंटली रूप से जुड़े होते हैं… मगर हम जैसे फिजिकली रूप से जुड़ते हैं हम अपने प्रेमी/प्रेमिका की छोटी छोटी चीजों के बारे में सोचने लग जाते हैं। उसके प्रति वफादारी की प्रतिशत बढ़ जाती है।
सेक्स में प्यार की भागीदारी हो या नहीं हो, मगर प्यार की मजबूती में सेक्स अहम भूमिका निभाता है।
जिस तरह से एंगेजमेंट कि अंगूठी सीधा दिल तक टच करती है, सेक्स भी उसी प्रकार प्यार के भावनाओं को टच करता है।
धार्मिक दृष्टि से देखें तो बिना काम के प्रेम का कोई महत्व ही नहीं है। अगर बिना काम के प्रेम होता तो कामदेव नहीं होते।
देवताओं में कामदेव का अपना अलग महत्व है और बिना कामदेव के प्रेम को अनुभव कर पाना नामुमकिन है।
प्रेम और काम का सामंजस्य और महत्ता खजुराहो की मंदिर बतलाती है, इसलिए प्रेम में सेक्स गलत नहीं है अगर इसका दुरुपयोग ना किया गया हो।
वायनाड, केरल: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर अपने नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए। वह जल्द ही नामांकन रोड शो शुरू करेंगी और अपना नामांकन दाखिल करेंगी।