नेपाल में शनिवार से भारी बारिश के बाद भूस्खलन और बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 192 हो गई: गृह मंत्रालय
भारत के पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) में बारिश की वजह से आई बाढ़ और भूस्खलन से जान गंवाने वालों की तादाद 192 हो गई है. इसके साथ ही 42 लोगों के लापता होने की खबर हैं
नेपाल में भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन का कहर जारी है. जिसमें लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं. पुलिस के अनुसार, काठमांडू घाटी में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण अब तक 192 लोगों की मौत हुई है. बाढ़, भूस्खलन और जलभराव के कारण 55 लोग लापता हैं, जबकि 101 लोग घायल हुए हैं.
भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध
नेपाल में भूस्खलन के कारण शनिवार से ही राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हैं और सैकड़ों लोग विभिन्न राजमार्गों पर फंसे हुए हैं. कम से कम 322 मकान और 16 पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
बाढ़ से बचाने के लिए 20 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
लोगों को बचाने के लिए 20,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. करीब 3,626 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राहत और बचाव अभियान जारी है.
नेपाल में पिछले 40 से 45 साल में पहली बार आया विनाशकारी बाढ़
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने 40-45 वर्षों में काठमांडू घाटी में ऐसी विनाशकारी बाढ़ और जलभराव कभी नहीं देखा. सशस्त्र पुलिस बल ने एक बयान में कहा कि मरने वालों की संख्या 192 तक पहुंच गई है.
नेपाल में बाढ़ से भारी तबाही
बाढ़ और भूस्खलन के कारण नेपाल के कई हिस्सों में जनजीवन ठप हो गया है. कई राजमार्ग और सड़कें अवरुद्ध हैं, सैकड़ों मकान और पुल बह गए हैं तथा सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए हैं. सड़क अवरुद्ध होने के कारण विभिन्न स्थानों पर हजारों यात्री फंसे हुए हैं.