झारखंड के 70 मजदूर मलेशिया में फंसे हुए हैं, जो अपने काम और पारिश्रमिक की उम्मीद में वहां गए थे। उनकी स्थिति काफी चिंताजनक है, क्योंकि उन्हें न तो उचित काम मिल रहा है और न ही उन्हें अपनी मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है।
इन मजदूरों ने बताया कि उन्हें वहां स्थानीय कंपनियों द्वारा भटकाया गया और वादों के बावजूद उन्हें काम पर नहीं रखा गया। इसके अलावा, कई मजदूरों का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है, जिससे उनकी वापसी की प्रक्रिया में मुश्किलें आ रही हैं।
झारखंड सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का आश्वासन दिया है और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिवार के सदस्य और स्थानीय नेता भी इन मजदूरों की मदद के लिए आवाज उठा रहे हैं, ताकि उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जा सके।
यह स्थिति न केवल मजदूरों के लिए, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी चिंता का विषय है, जो अपने प्रियजनों की सुरक्षा और कल्याण के लिए चिंतित हैं।